डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पर निबंध। Rajendra Prasad Essay | Essay On Dr Rajendra Prasad | Rajendra Prasad Par Nibandh | Rajendra Prasad Essay In Hindi
नमस्कार दोस्तो हिन्दी में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पर निबंध। Rajendra Prasad Essay ) फोटो के बाद से शुरू है) इस निबद्ध को हमने आसान शब्दो मे लिखे जिसे आपको याद करने मे आसानी होगी। नीचे 10 पंक्ति मे भी निबंध लिखा हुआ जिसे आप याद कर सकते है।
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पर निबंध। Rajendra Prasad Essay
डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3rd दिसंबर को बिहार में हुआ था। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद हमारे देश के सर्वप्रथम राष्ट्रपति थे। उनके पिता बहुत सरे भाषाओं के विद्वान थे और उनकी माता एक धार्मिक घरेलु स्त्री थी। अपनी पढाई के लिए पहले वे पटना गए फिर कोलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया।
कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज से वकालत की पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने 1916 में हाई कोर्ट में काम सुरु किया। उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहुत सरे केस लड़ी। उन्होंने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया था एक राजनैतिक नेता के रूप में भी काम किया। और हमारे देश को आजादी दिलाने में भी मदद की।
राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रीय कांग्रेस दल में भी हिस्सा लिया 1911 में। कुछ समय बाद 1934 में उन्हें भारत का पहला राष्ट्रपति घोसित किया गया। इस बिच उन्हें कई बार जेल भी भेजा जा चूका था। फिर उन्हें 11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा का अध्यक्ष बनाया गया।
उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश की आजदी में बहुत बड़ा योदान दिया और सभी लोग को साथ लेकर न्याय किया। वे एक अच्छे राष्ट्रपति के रूप में भी निखार के आये और भारतीय संविधान को बनाने में भी योगदान दिया।
डॉ राजेंद्र प्रसाद की मृत्यु 28 फेब 1963 को हुई। उन्होंने बहुत सी किताबे भी लिखी थी जैसे आत्मकथा , सत्याग्रह , चम्पारण आदि। डॉ राजेंद्र प्रसाद को उनके कामो के लिए पुरे विस्वा भर में याद किया जाता है। हम सभी को उनके प्रति सद्भावना रखनी चाहिए।
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पर 10 पंक्ति निबंध। Rajendra Prasad Essay 10 Lines
- डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म तीन दिसम्बर को बिहार में हुआ था।
- डॉ राजेंद्र प्रसाद हमारे देश के सर्वप्रथम रस्ट्रपति थे।
- उनकी पढाई के लिए उन्होंने कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया था।
- उनकी वकालत की पढ़ाई 1916 में पूरी हुई।
- वे एक अच्छे टीचर भी थे।
- उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहुत सारे किताबे लिखी थी जैसे – सत्याग्रह , चम्पारण इत्यादि।
- उन्होंने हमारे देश के संविधान को बनाने में भी बहुत बड़ा योगदान दिया। उन्हें 11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा का अध्यक्ष बनाया गया था।
- 1934 को उन्हें देश का राष्ट्रपति चुना गया था।
- उन्हें उनके कामो के लिए विश्वभर में याद किया जाता है हमारे देश को आजाद करने में उनका एक बहुत बड़ा योगदान था।
- उनकी मृत्यु 28 फेब 1963 को हुई और इसी साथ एक महान व्यक्ति हमे बहुत साडी चीज़े सिखाते हुए चले गए।
उम्मीद करता हूँ आपको ये पोस्ट डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पर निबंध। Rajendra Prasad Essay )अच्छा लगा।
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