रुपरेखा : वसंत ऋतू का समय। वसंत ऋतू किस समय होता है। वसंत ऋतू पर निबंध। Essay On Spring Season In Hindi
वसंत ऋतू मुख्यत सभी लोगो को प्रिय होता है। वसंत ऋतू को सभी ऋतुओं का राजा माना जाता है इसलिए वसंत ऋतू को ऋतुराज भी कहते है। वसंत ऋतू का आगमन सर्दी के जाने के बाद होता है। आज हम इस पोस्ट में वसंत ऋतू के ऊपर निबंध लिखने वाले है। इस निबंध को सभी विद्यार्थी आसानी से पढ़ सकते है।
वसंत ऋतु पर निबंध। Essay On Spring Season In Hindi
वसंत ऋतू का आगमन सर्दी के मौसम के बाद होता है। वसंत ऋतू में न तो जिद तहंद लगती है न ही जयदा गर्मी। यह ऋतू अधिकतर लोगो का प्रिय होता है। इस ऋतू का मौसम हमेशा सुहाना ही रहता हैi चारो और पेड़ पौधों में हरियाली लगी होती है। पंछियों की मनमोहक आवाज सुनने को मिलती है। वसंत ऋतू मै पूरी धरती हरी भरी और सुन्दर दिखती है इसलिए वंसत ऋतू को सभी ऋतुओं का राजा भी कहा गया है।
वसंत ऋतू के आगमन में हम सभी लोग माता सरवती की पूजा करते है। माता सरवती के इस जन्मदिन को वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। और भी त्यौहार जैसे होली , महाशिवरात्रि भी इसी ऋतुकाल में आते है। वसंत के ऋतुकाल में एक नै ऊर्जा का संचार होता है सभी लोगो में हर्ष उल्लास दिखाई देता है।
भूमिका –
भारत मै वसंत ऋतू का प्रारम्भ फरवरी से मार्च तक हो जाता है। इस ऋतू को ऋतुराज भी खा जाता है। वसंत ऋण के शुरू होते ही मासुसम में बहुत से बदलाव आने शुरू हो जाते हैं। पेड़ पौधों में हरियाली आने लगती है। इस समय मौसम ऐसा होता है की वातावरण न तो जयदा ही गरम रहता है न ही जयदा ठंडा। बच्चे बूढ़े सभी लोगो के लिए यह मौसम अच्छा होता है। ये मौसम नमी वाला होता है इस मौसम में सभी लोग ऊर्जा से भरे होते हैं। भरत में कड़के की ढांड के बाद वसंत ऋतू एक रहत का महल लेके आता है। इस ऋतू में थड़ी शीतल हवाएं चलती है साथ ही खिलखिलाती हुई धुप भी बिखरती है। इन सभी चीज़ो को देखते हुए हम यह कह सकते हैं की वसंत ऋतू एक बहुत सुन्दर ऋतू है। वसंत ऋतू के आगमन से ही बहुत सरे त्यौहार भी मनाये जाते है जैसे – वसंत पंचामि , महाशिवरात्रि , होली इत्यादि त्यौहार मनाये जाते है। वसंत ऋतू के आते साथ ही देश भर में हर्ष उल्लास का माहौल बन जाता है।
उपसंहार :-
बसंत ऋतु एक सुंदर मौसम है। प्रकृति की तरफ से यह किसी तौफे से काम नहीं हम सभी को वसंत ऋतू से लाभ होता है। कड़ाके की ठण्ड के बाद वसंत ऋतू एक रहत का माहौल लाता है। यह मौसम न तो जयदा गर्म होता है और न ही जयदा ठंडा यह मौसम सवस्थ के लिए बहुत ही अच्छा होता है। वसंत ऋतू में हम सभी को योग प्राणयाम आदि करने चाहिए जिससे हमे और भी लाभ प्राप्त होगा।